अमरनाथ भूमि मामले को लेकर अब लोगों का संघर्ष ग्रामीण स्तर पर भी शुरू हो गया है। इसके चलते बुधवार को शिव सेना बाल ठाकरे के नेता संदीप भगत व तहसील महामंत्री मंगत लखोत्रा की अगुवाई में विभिन्न गांवों मल्लिक पुर, नंदपुर, बन सुल्तान के लोगों जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी, हाथों में थालियां लेकर गांव मल्लिक पुर से एक विरोध रैली निकाली जो गांव नंदपुर, टालीमोड़ से होती हुई मीरां साहिब बाजार में पहुंची। अपने सम्बोधन में शिव सेना नेता संदीप भगत व मंगत लखोत्रा ने कहा कि हर हाल में जमीन वापस ली जाएगी इसके लिए शिव सैनिकों को अगर कुर्बानी भी देनी पड़े तो वो पीछे नहीं हटेगे।
उन्होंने कहा कि शहीद कुलदीप वर्मा की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। कितनी अजीब बात है कि पिछले एक माह से जम्मू के लोग सड़कों पर आकर आंदोलन कर रहे है लेकिन, राज्यपाल के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि पिछले साठ सालों से जम्मू के लोगों का कश्मीरी नेता शोषण करते आ रहे हैं लेकिन, अब जमीन के मसले पर जम्मू के लोग एकजुट हो गए है व अब आंदोलन अपने अंजाम पर जाकर ही खत्म होगा।
वहीं, दूसरी ओर बाजार कमेटी व हिंदु संगठनों के लोगों ने भी बाजार में एक विरोध रैली निकाली व नेकां नेता उमर अब्दुल्ला व पीडीपी की प्रधान महबूबा मुफ्ती का पुतला फूंका। अपने सम्बोधन में हिंदु नेताओं पवन शर्मा, रामेशवर सिंह मन्हास, स्टेट मोर्चा के नेता जितेंद्र भगत, भाजपा नेता सुरेंद्र चौधरी, रजनीश रामपाल ने कहा कि अब बेहतर होगा कि राज्यपाल जमीन वापस बोर्ड को सौंप दें। अब यह आंदोलन रूकने वाला नहीं है।